Friday, March 18, 2011

HaPpY HoLi


Let the GOD decorate each GOLDEN RAY of the SUN reaching u with wishes of success, happiness & prosperity for YOU.....
wish YOU a SUPER DUPER HAPPY HOLI.


रंगों का यह खुबसूरत त्यौहार इस वर्ष १९-२० मार्च को मनाया जा रहा है. भारतीय परम्परा के अनुसार होली २ दिन का उत्सव है. पहले दिन शाम के समय होलिका दहन का आयोजन होता है. इस दिन कुछ लोग व्रत भी करते हैं और सांय काल होलिका जलने ने पूर्व होलिका की पूजा की जाती है. भारत में अनेक रंग हैं, और और इन रंगों की तरह ही होली का यह त्यौहार भी विभिन्न तरीकों से ही मनाया जाता  है. होलिका को दहन करने व पूजा-व्रत के भी  विभिन्न तरीके हैं. होलिका दहन का मुख्य आधार एक पौराणिक कथा है. यह प्रहलाद और उसके नास्तिक पिता  ह्रिन्यकश्यप की कहानी है जो अपने ही पुत्र को मरवाने के लिए उसे आग में झोंक देता है. वैसे इस कथा से लगभग होली मानाने वाला हर भारतीय परिचित ही होगा. इसके बाद होली के दुसरे दिन फाग खेली जाती है. इसे ही असल में रंगों का त्यौहार कहा जाता है. रंग गुलाल से सबके गालों को रंगा जाता है. यह त्यौहार परस्पर प्रेम का प्रतीक है जब सभी मित्र रिश्तेदार मिल कर इक दूजे को रंग लगाते हैं. कुछ लोग गुजिया, कांजी भल्ले, मिठाइयाँ इत्यादि पकवान भी बनाते हैं. बच्चे गुब्बारों और पिचकारियों में रंग और पानी भर कर खेलते गलियों में घूमते हैं.फाग को भी अलग अलग तरीके से मनाया जाता है. कहीं फूलों की होली खेली जाती है तो कहीं लठ मार होली तो कहीं भाभी देवर पर कोड़ों की भी बरसात कर  देती है. ऐसा है ये त्यौहार. परन्तु कभी कभी हमारी लापरवाही हमारे लिए मुसीबत भी बन जाती है. आँख में रंग चले जाना, चोट लग जाना, सगे सम्बन्धी का बुरा मन जाना ये सब भी होली का एक रंग है और हमें इस से बचके ही रहना चाहिए . इसलिए हमें ये त्यौहार प्रेमभाव और सावधानी के साथ ही मानना चाहिए. 
आपको और आपके परिवार को होली के पर्व पर बहुत सी शुभकामनाएं.....    

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