Wednesday, October 20, 2010

diwali........... festival of money and enjoyment!!!

दीपावली! दिवाली! मस्ती का त्यौहार! बचपन से ही जब यह त्यौहार आता रहा है दिल में, दिमाग में एक उत्साह सा जाग जाता है! दीपों का यह त्यौहार हर साल खुशियाँ ले कर आता है, क्योंकि इस त्यौहार को छोटे बड़े अमीर गरीब सब उत्साह के साथ मिलजुल कर मानते हैं! अब इस त्यौहार को भारतीय कैसे मानते हैं? ये बताने की ज़रूरत मुझे महसूस नहीं हो रही है! हम भारतीय भली भांति जानते हैं के यह त्यौहार पूजन पाठ के लिए विशेषकर लक्ष्मी पूजन के लिए है, या कहें दीपों का त्यौहार है , या रौशनी का त्यौहार, या यह भी  कह सकते हैं के खुशियों का त्यौहार!!!! परन्तु  बदलते समय की हम बात करें तो इस त्यौहार के मायने दिन-ब-दिन बदलते जा रहे हैं! अब यह त्यौहार व्यापार  का त्यौहार बनता जा रहा है! लोग त्यौहार का इंतज़ार सिर्फ सेल का फायदा उठाने के लिए, पटाखों का शोर  शराबा करने के लिए, दिखावा करने के लिए, जुआ खेलने के लिए करते हैं! वो स्नेह, उत्साह, श्रधा कहीं गम हो गये हैं! दीपों का स्थान इलेक्ट्रिक लाइटों ने ले लिया है!
आने वाली पीढ़ी को तो इस त्यौहार का असली रूप देखने को मिलेगा ही नहीं!! हम हमारी संस्कृति को भूलते जा रहे हैं! ऐसा क्यों हो रहा है?? क्या दीपों की माला केवल टीवी कार्यकर्मों का अंश बन कर रह जाएगी?? हम सिर्फ दिखावे और मस्ती नाच गाने के लिए यह त्यौहार मानते रहेंगे??
वो दीपावली कहाँ गयी?? उसे फिर से खोजना आवश्यक है!!!

Wednesday, October 13, 2010

class of knowledge

आज बात करने जा रही हूँ एक खास क्लास की, एक ऐसी क्लास जिस से हमें बहुत उम्मीद थी! बाकियों का मैं कुछ कह नहीं सकती पर हाँ मुझे उम्मीद थी! क्योंकि कई  बार हमने हमारे बड़ों से सुना था की पद्मिनी मैडम बहुत अच्छा पढ़ती हैं, बोलती हैं, समझती हैं,,,,,,,,,, और ऐसा सच में है पर जहाँ तक उस पर्टिकुलर क्लास की मैं बात करूँ तो काफी  समय हमने बातों में व्यर्थ गँवा दिया! पद्मिनी मैडम बहुत अच्छा बोलती हैं, उनके बोलने के तरीके ने मुझे प्रभावित किया और मैं अभी उन्हें और भी सुन सकती थी परन्तु समय की कमी, कुछ सवाल और उनके पुराने स्टुडेंट्स की बातों ने उस क्लास को प्रभावित किया!

उन्होंने हमें हमारे करियर की जानकारी  दी कि हम किस क्षेत्र में अवसर तलाश सकते हैं....जो कि भविष्य में हमे काम आने वाली थी और मेरी तरह लगभग सभी स्टुडेंट्स ने उसे अच्छी तरह समझा!

Wednesday, October 6, 2010

our new chevy BEAT!!!!

जी आज आपको बहुत ख़ुशी की बात बताने जा रही हूँ कि हमने नयी कार खरीद ली है! अब आपका भी वही reaction होगा कि
पार्टी! पार्टी! पार्टी!
जैसा कि सभी रिश्तेदारों और दोस्तों का था! पार्टी कि तो बात है ही, न्यू कार जो आई है घर में वो भी cheverolet beat !
कार बहुत खुबसूरत है और सिरसा के cheverolet  showroom की पहली कार है! कार बहुत ही खास है हालाँकि बेस मॉडल है पर फिर भी बहुत से features से सजी है ये कार!
so lets have a ride...............

Tuesday, October 5, 2010

fresherzzz party

जी नमस्ते! बहुत दिनों  बाद आज कुछ लिखने जा रही हूँ, अच्छा लग रहा है.......

चलिए आज आपको बताने जा रही हूँ हमारी फ्रेशर पार्टी के  बारे में! ये पार्टी हमने हमारे जूनियर्स के स्वागत के लिए आयोजित की थी! काफी दिनों से कोशिश थी की ये पार्टी बस हो जाये क्योंकि पार्टी में बहुत सी अडचने आ रही थी, कभी पैसों की किल्लत तो कभी दोस्तों में आपसी नोंकझोंक! पर हम सब दोस्तों ने मिलकर अपनी पूरी कोशिश से आख़िरकार ४ अक्तूबर को पार्टी आयोजित की गयी! पार्टी का समय २ बजे रखा गया था लेकिन पार्टी लगभग ढाई तीन बजे शुरू हुई! शुरुआत में थोड़ी दुविधा सी लग रही थी! पर समय के साथ -२ साथ गाड़ी पटरी पर आ ही गयी और धीरे-२ प्रोग्राम ने रेस भी पकड़ ली! जुनिएर्स ने  परिचय के साथ-२ अपनी कला का प्रदर्शन भी किया! किसी ने गीत सुनाया तो किसी ने शायरी की और कुछ तो गीतों की ताल पर थिरके भी! हमारे एक अध्यापक ने अपनी  कविताओं से सबको आन्दित किया! साथ ही हमारे कुछ दोस्तों ने भी मंच पर नृत्य के रंग बिखेरे! साथ-२ खाने पीने का प्रोग्राम भी चलता रहा! कार्यक्रम के  अंत में विजेताओं को इनाम भी दिए गये और हमारे  विभागाद्यक्ष श्री वीरेंदर सिंह चौहान ने सभी विद्यार्थियों को सन्देश दिया ! 
इसी मौके पर हमने हमारे सीनियर्स को भी आमंत्रित किया था उनसे पूछने पर उन्होंने कहा की आज की पार्टी बकवास थी, हमने पार्टी के समय उन्हें १ बार भी नहीं पूछा वे अकेले पीछे बैठे रहे, जिसके लिए हम उनसे माफ़ी मांगते हैं!
पार्टी के अंत में सब विद्यार्थियों ने खूब डांस किया और एन्जॉय किया!